महाभारतम् — 12.37.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच एवम् उक्तो भगवता धर्मराजो युधिष्ठिरः चिन्तयित्वा मुहूर्तम् तु प्रत्युवाच तपोधनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्तो | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| भगवता | भगवत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| धर्मराजो | धर्मराज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| युधिष्ठिरः | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| चिन्तयित्वा | चिन्तय् | pos=vi |
| मुहूर्तम् | मुहूर्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| प्रत्युवाच | प्रतिवच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तपोधनम् | तपोधन | pos=a,g=m,c=2,n=s |