महाभारतम् — 12.38.35
Original
Segmented
ध्रियमाणम् तु तत् छत्रम् पाण्डुरम् तस्य मूर्धनि शुशुभे तारकाराज-सितम् अभ्रम् इव अम्बरे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ध्रियमाणम् | धृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| छत्रम् | छत्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पाण्डुरम् | पाण्डुर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मूर्धनि | मूर्धन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| शुशुभे | शुभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तारकाराज | तारकाराज | pos=n,comp=y |
| सितम् | सित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अभ्रम् | अभ्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अम्बरे | अम्बर | pos=n,g=n,c=7,n=s |