महाभारतम् — 12.41.5
Original
Segmented
एतद्-अर्थम् हि जीवामि कृत्वा ज्ञाति-वधम् महत् अस्य शुश्रूषणम् कार्यम् मया नित्यम् अतन्द्रिणा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एतद् | एतद् | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| जीवामि | जीव् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| ज्ञाति | ज्ञाति | pos=n,comp=y |
| वधम् | वध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| शुश्रूषणम् | शुश्रूषण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| अतन्द्रिणा | अतन्द्रिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |