महाभारतम् — 12.42.5
Original
Segmented
ब्राह्मणानाम् सहस्राणि पृथग् एकैकम् उद्दिशन् धनैः च वस्त्रै रत्नैः च गोभिः च समतर्पयत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ब्राह्मणानाम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| पृथग् | पृथक् | pos=i |
| एकैकम् | एकैक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उद्दिशन् | उद्दिश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| धनैः | धन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| वस्त्रै | वस्त्र | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| रत्नैः | रत्न | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| गोभिः | गो | pos=n,g=,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| समतर्पयत् | संतर्पय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |