महाभारतम् — 12.47.55
Original
Segmented
विश्वकर्मन् नमः ते ऽस्तु विश्वात्मन् विश्व-सम्भवैः अपवर्गो ऽसि भूतानाम् पञ्चानाम् परतः स्थितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विश्वकर्मन् | विश्वकर्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| नमः | नमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| ऽस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| विश्वात्मन् | विश्वात्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| विश्व | विश्व | pos=n,comp=y |
| सम्भवैः | सम्भव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अपवर्गो | अपवर्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| भूतानाम् | भूत | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| पञ्चानाम् | पञ्चन् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| परतः | परतस् | pos=i |
| स्थितः | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |