महाभारतम् — 12.48.10
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच त्रिस् सप्त-कृत्वस् पृथिवी कृता निःक्षत्रिया तदा रामेण इति यद् आत्थ त्वम् अत्र मे संशयो महान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| त्रिस् | त्रिस् | pos=i |
| सप्त | सप्तन् | pos=n,comp=y |
| कृत्वस् | कृत्वस् | pos=i |
| पृथिवी | पृथिवी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| कृता | कृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| निःक्षत्रिया | निःक्षत्रिय | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| रामेण | राम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आत्थ | अह् | pos=v,p=2,n=s,l=lit |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| संशयो | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |