महाभारतम् — 12.50.14
Original
Segmented
शर-अभिघात-दुःखात् ते कच्चिद् गात्रम् न दूयते मानसाद् अपि दुःखात् हि शारीरम् बलवत्तरम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शर | शर | pos=n,comp=y |
| अभिघात | अभिघात | pos=n,comp=y |
| दुःखात् | दुःख | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| कच्चिद् | कच्चित् | pos=i |
| गात्रम् | गात्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| दूयते | दु | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मानसाद् | मानस | pos=a,g=n,c=5,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| दुःखात् | दुःख | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| शारीरम् | शारीर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| बलवत्तरम् | बलवत्तर | pos=a,g=n,c=1,n=s |