महाभारतम् — 12.55.8
Original
Segmented
संबन्धिनो ऽतिथीन् भृत्यान् संश्रि-उपाश्रितान् च यः संमानयति सत्कृत्य स माम् पृच्छतु पाण्डवः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संबन्धिनो | सम्बन्धिन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| ऽतिथीन् | अतिथि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| भृत्यान् | भृत्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| संश्रि | संश्रि | pos=va,comp=y,f=part |
| उपाश्रितान् | उपाश्रि | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| संमानयति | संमानय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| सत्कृत्य | सत्कृ | pos=vi |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| पृच्छतु | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| पाण्डवः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=s |