महाभारतम् — 12.56.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच प्रणिपत्य हृषीकेशम् अभिवाद्य पितामहम् अनुमान्य गुरून् सर्वान् पर्यपृच्छद् युधिष्ठिरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| प्रणिपत्य | प्रणिपत् | pos=vi |
| हृषीकेशम् | हृषीकेश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अभिवाद्य | अभिवादय् | pos=vi |
| पितामहम् | पितामह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अनुमान्य | अनुमानय् | pos=vi |
| गुरून् | गुरु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| पर्यपृच्छद् | परिप्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| युधिष्ठिरः | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |