महाभारतम् — 12.56.36
Original
Segmented
तस्मात् नित्यम् दया कार्या चातुर्वर्ण्ये विपश्चिता धर्म-आत्मा सत्य-वाच् च एव राजा रञ्जयति प्रजाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| दया | दया | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| कार्या | कृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=krtya |
| चातुर्वर्ण्ये | चातुर्वर्ण्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| विपश्चिता | विपश्चित् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
| वाच् | वाच् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| रञ्जयति | रञ्जय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| प्रजाः | प्रजा | pos=n,g=f,c=2,n=p |