महाभारतम् — 12.56.39
Original
Segmented
क्षममाणम् नृपम् नित्यम् नीचः परिभवेत् जनः हस्ति-यन्ता गजस्य इव शिर एव आरुरुक्षति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| क्षममाणम् | क्षम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| नृपम् | नृप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| नीचः | नीच | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| परिभवेत् | परिभू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हस्ति | हस्तिन् | pos=n,comp=y |
| यन्ता | यन्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गजस्य | गज | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| शिर | शिरस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| आरुरुक्षति | आरुरुक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |