महाभारतम् — 12.66.30
Original
Segmented
आत्म-उपमः तु भूतेषु यो वै भवति मानवः न्यस्त-दण्डः जित-क्रोधः स प्रेत्य लभते सुखम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
| उपमः | उपम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| भूतेषु | भूत | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मानवः | मानव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न्यस्त | न्यस् | pos=va,comp=y,f=part |
| दण्डः | दण्ड | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जित | जि | pos=va,comp=y,f=part |
| क्रोधः | क्रोध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रेत्य | प्रे | pos=vi |
| लभते | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |