महाभारतम् — 12.69.33
Original
Segmented
घोषान् न्यसेत मार्गेषु ग्रामान् उत्थापयेद् अपि प्रवेशयेत् च तान् सर्वाञ् शाखानगरकेषु अपि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| घोषान् | घोष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| न्यसेत | न्यस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| मार्गेषु | मार्ग | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| ग्रामान् | ग्राम | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| उत्थापयेद् | उत्थापय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| अपि | अपि | pos=i |
| प्रवेशयेत् | प्रवेशय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| च | च | pos=i |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सर्वाञ् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| शाखानगरकेषु | शाखानगरक | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |