महाभारतम् — 12.7.3
Original
Segmented
यद् भैक्षम् आचरिष्याम वृष्णि-अन्धक-पुरे वयम् ज्ञातीन् निष्पुरुषान् कृत्वा न इमाम् प्राप्स्याम दुर्गतिम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यद् | यत् | pos=i |
| भैक्षम् | भैक्ष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आचरिष्याम | आचर् | pos=v,p=1,n=p,l=lrn |
| वृष्णि | वृष्णि | pos=n,comp=y |
| अन्धक | अन्धक | pos=n,comp=y |
| पुरे | पुर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
| ज्ञातीन् | ज्ञाति | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| निष्पुरुषान् | निष्पुरुष | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| न | न | pos=i |
| इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्राप्स्याम | प्राप् | pos=v,p=1,n=p,l=lrn |
| दुर्गतिम् | दुर्गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |