महाभारतम् — 12.72.2
Original
Segmented
भीष्म उवाच समासेन एव ते तात धर्मान् वक्ष्यामि निश्चितान् विस्तरेण हि धर्माणाम् न जातु अन्तम् अवाप्नुयात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| समासेन | समासेन | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| धर्मान् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| वक्ष्यामि | वच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| निश्चितान् | निश्चि | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| विस्तरेण | विस्तर | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| धर्माणाम् | धर्म | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| न | न | pos=i |
| जातु | जातु | pos=i |
| अन्तम् | अन्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अवाप्नुयात् | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |