महाभारतम् — 12.78.25
Original
Segmented
दानेन दिव्यान् अभिवाञ्छामि लोकान् सत्येन अथो ब्राह्मणानाम् च गुप्त्या शुश्रूषया च अपि गुरून् उपैमि न मे भयम् विद्यते राक्षसेभ्यः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दानेन | दान | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| दिव्यान् | दिव्य | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| अभिवाञ्छामि | अभिवाञ्छ् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सत्येन | सत्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अथो | अथो | pos=i |
| ब्राह्मणानाम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| गुप्त्या | गुप्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| शुश्रूषया | शुश्रूषा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| गुरून् | गुरु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| उपैमि | उपे | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| राक्षसेभ्यः | राक्षस | pos=n,g=m,c=5,n=p |