महाभारतम् — 12.78.29
Original
Segmented
राक्षस उवाच यस्मात् सर्वासु अवस्थासु धर्मम् एव अन्ववेक्षसे तस्मात् प्राप्नुहि कैकेय गृहान् स्वस्ति व्रजामि अहम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| राक्षस | राक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यस्मात् | यस्मात् | pos=i |
| सर्वासु | सर्व | pos=n,g=f,c=7,n=p |
| अवस्थासु | अवस्था | pos=n,g=f,c=7,n=p |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अन्ववेक्षसे | अन्ववेक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| प्राप्नुहि | प्राप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| कैकेय | कैकेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| गृहान् | गृह | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| स्वस्ति | स्वस्ति | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| व्रजामि | व्रज् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |