महाभारतम् — 12.80.6
Original
Segmented
अहिंसको ज्ञान-तृप्तः स ब्रह्म-आसनम् अर्हति एते महर्त्विज् तात सर्वे मान्या यथातथम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अहिंसको | अहिंसक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ज्ञान | ज्ञान | pos=n,comp=y |
| तृप्तः | तृप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
| आसनम् | आसन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अर्हति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| एते | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| महर्त्विज् | महर्त्विज् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| मान्या | मानय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
| यथातथम् | यथातथ | pos=a,g=n,c=2,n=s |