महाभारतम् — 12.83.64
Original
Segmented
उभे दृष्ट्वा दुःख-सुखे राज्यम् प्राप्य यदृच्छया राज्येन अमात्य-संस्थेन कथम् राजन् प्रमाद्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उभे | उभ् | pos=n,g=n,c=2,n=d |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| सुखे | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=d |
| राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| यदृच्छया | यदृच्छा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| राज्येन | राज्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अमात्य | अमात्य | pos=n,comp=y |
| संस्थेन | संस्थ | pos=a,g=n,c=3,n=s |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| प्रमाद्यसि | प्रमद् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |