महाभारतम् — 12.84.2
Original
Segmented
अति आढ्यान् च अति शूरान् च ब्राह्मणान् च बहु-श्रुतान् सु संतुष्टान् च कौन्तेय महा-उत्साहान् च कर्मसु
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अति | अति | pos=i |
| आढ्यान् | आढ्य | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| अति | अति | pos=i |
| शूरान् | शूर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| ब्राह्मणान् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| श्रुतान् | श्रुत | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| संतुष्टान् | संतुष् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| उत्साहान् | उत्साह | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| कर्मसु | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |