महाभारतम् — 12.84.28
Original
Segmented
मन्त्रिणि अननुरक्ते तु विश्वासो न हि विद्यते तस्माद् अननुरक्ताय न एव मन्त्रम् प्रकाशयेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मन्त्रिणि | मन्त्रिन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| अननुरक्ते | अननुरक्त | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| विश्वासो | विश्वास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
| अननुरक्ताय | अननुरक्त | pos=a,g=m,c=4,n=s |
| न | न | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| मन्त्रम् | मन्त्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रकाशयेत् | प्रकाशय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |