महाभारतम् — 12.84.45
Original
Segmented
स्वासु प्रकृतिषु छिद्रम् लक्षयेरन् परस्य च मन्त्रिणो मन्त्र-मूलम् हि राज्ञो राष्ट्रम् विवर्धते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्वासु | स्व | pos=a,g=f,c=7,n=p |
| प्रकृतिषु | प्रकृति | pos=n,g=f,c=7,n=p |
| छिद्रम् | छिद्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| लक्षयेरन् | लक्षय् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| परस्य | पर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| मन्त्रिणो | मन्त्रिन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मन्त्र | मन्त्र | pos=n,comp=y |
| मूलम् | मूल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| राज्ञो | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| राष्ट्रम् | राष्ट्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| विवर्धते | विवृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |