महाभारतम् — 12.85.10
Original
Segmented
सु कृतस्य हि सान्त्वस्य श्लक्ष्णस्य मधुरस्य च सम्यग् आसेव्यमानस्य तुल्यम् जातु न विद्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सु | सु | pos=i |
| कृतस्य | कृ | pos=va,g=n,c=6,n=s,f=part |
| हि | हि | pos=i |
| सान्त्वस्य | सान्त्व | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| श्लक्ष्णस्य | श्लक्ष्ण | pos=a,g=n,c=6,n=s |
| मधुरस्य | मधुर | pos=a,g=n,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
| आसेव्यमानस्य | आसेव् | pos=va,g=n,c=6,n=s,f=part |
| तुल्यम् | तुल्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| जातु | जातु | pos=i |
| न | न | pos=i |
| विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |