महाभारतम् — 12.86.7
Original
Segmented
चतुरो ब्राह्मणान् वैद्यान् प्रगल्भान् सात्त्विकाञ् शुचीन् त्रीन् च शूद्रान् विनीतान् च शुचीन् कर्मणि पूर्वके
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| चतुरो | चतुर् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| ब्राह्मणान् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| वैद्यान् | वैद्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्रगल्भान् | प्रगल्भ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| सात्त्विकाञ् | सात्त्विक | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| शुचीन् | शुचि | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| त्रीन् | त्रि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| शूद्रान् | शूद्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| विनीतान् | विनी | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| शुचीन् | शुचि | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| कर्मणि | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| पूर्वके | पूर्वक | pos=a,g=n,c=7,n=s |