महाभारतम् — 12.87.21
Original
Segmented
उदासीन-अरि-मित्राणाम् सर्वम् एव चिकीर्षितम् पुरे जनपदे च एव ज्ञातव्यम् चार-चक्षुषा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उदासीन | उदासीन | pos=n,comp=y |
| अरि | अरि | pos=n,comp=y |
| मित्राणाम् | मित्र | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| चिकीर्षितम् | चिकीर्ष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| पुरे | पुर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| जनपदे | जनपद | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| ज्ञातव्यम् | ज्ञा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| चार | चार | pos=n,comp=y |
| चक्षुषा | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |