महाभारतम् — 12.88.34
Original
Segmented
उपेक्षिता हि नश्येयुः गोमिनो अरण्य-वासिनः तस्मात् तेषु विशेषेण मृदु-पूर्वम् समाचरेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उपेक्षिता | उपेक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| हि | हि | pos=i |
| नश्येयुः | नश् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| गोमिनो | गोमिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| अरण्य | अरण्य | pos=n,comp=y |
| वासिनः | वासिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| तेषु | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| विशेषेण | विशेषेण | pos=i |
| मृदु | मृदु | pos=a,comp=y |
| पूर्वम् | पूर्वम् | pos=i |
| समाचरेत् | समाचर् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |