महाभारतम् — 12.89.7
Original
Segmented
दमयन्न् इव दम्यानाम् शश्वद् भारम् प्रवर्धयेत् मृदु-पूर्वम् प्रयत्नेन पाशान् अभ्यवहारयेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दमयन्न् | दमय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| इव | इव | pos=i |
| दम्यानाम् | दम् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=krtya |
| शश्वद् | शश्वत् | pos=i |
| भारम् | भार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रवर्धयेत् | प्रवर्धय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| मृदु | मृदु | pos=a,comp=y |
| पूर्वम् | पूर्वम् | pos=i |
| प्रयत्नेन | प्रयत्न | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| पाशान् | पाश | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अभ्यवहारयेत् | अभ्यवहारय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |