महाभारतम् — 12.9.2
Original
Segmented
सार्थ-गम् अहम् मार्गम् न जातु त्वद्-कृते पुनः गच्छेयम् तद् गमिष्यामि हित्वा ग्राम्य-सुखानि उत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सार्थ | सार्थ | pos=n,comp=y |
| गम् | गम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=krtya |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| मार्गम् | मार्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| जातु | जातु | pos=i |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| कृते | कृते | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| गच्छेयम् | गम् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गमिष्यामि | गम् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| हित्वा | हा | pos=vi |
| ग्राम्य | ग्राम्य | pos=a,comp=y |
| सुखानि | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| उत | उत | pos=i |