महाभारतम् — 12.90.10
Original
Segmented
संरक्ष्यान् पालयेद् राजा यः स राजा आर्य-कृत्तमः ये केचित् तान् न रक्षन्ति तैः अर्थो न अस्ति कश्चन
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संरक्ष्यान् | संरक्ष् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=krtya |
| पालयेद् | पालय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| आर्य | आर्य | pos=a,comp=y |
| कृत्तमः | कृत्तम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| केचित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| न | न | pos=i |
| रक्षन्ति | रक्ष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अर्थो | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कश्चन | कश्चन | pos=n,g=m,c=1,n=s |