महाभारतम् — 12.91.19
Original
Segmented
धर्मस्य ब्राह्मणा योनिः तस्मात् तान् पूजयेत् सदा ब्राह्मणानाम् च मान्धातः कामान् कुर्याद् अमत्सरी
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धर्मस्य | धर्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| ब्राह्मणा | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| योनिः | योनि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| पूजयेत् | पूजय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| सदा | सदा | pos=i |
| ब्राह्मणानाम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| मान्धातः | मान्धातृ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कामान् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| कुर्याद् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| अमत्सरी | अमत्सरिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |