महाभारतम् — 12.91.8
Original
Segmented
उच्छिद्यते धर्म-वृत्तम् अधर्मो वर्तते महान् भयम् आहुः दिवारात्रम् यदा पापो न वार्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उच्छिद्यते | उच्छिद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| वृत्तम् | वृत्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अधर्मो | अधर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वर्तते | वृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| भयम् | भय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आहुः | अह् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| दिवारात्रम् | दिवारात्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यदा | यदा | pos=i |
| पापो | पाप | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| वार्यते | वारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |