महाभारतम् — 12.92.24
Original
Segmented
यदा युक्ता नयन्ति अर्थान् कामाद् अर्थ-वशेन वा कृपणम् याचमानानाम् तद् राज्ञो वैशसम् महत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदा | यदा | pos=i |
| युक्ता | युज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| नयन्ति | नी | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| अर्थान् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| कामाद् | काम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| वशेन | वश | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| कृपणम् | कृपण | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| याचमानानाम् | याच् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| राज्ञो | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वैशसम् | वैशस | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |