महाभारतम् — 12.94.14
Original
Segmented
अप्रकीर्ण-इन्द्रियम् प्राज्ञम् अत्यन्त-अनुगतम् शुचिम् शक्तम् च एव अनुरक्तम् च युञ्ज्यात् महति कर्मणि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अप्रकीर्ण | अप्रकीर्ण | pos=a,comp=y |
| इन्द्रियम् | इन्द्रिय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्राज्ञम् | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अत्यन्त | अत्यन्त | pos=a,comp=y |
| अनुगतम् | अनुगम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| शुचिम् | शुचि | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| शक्तम् | शक् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अनुरक्तम् | अनुरञ्ज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| युञ्ज्यात् | युज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| महति | महत् | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| कर्मणि | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |