महाभारतम् — 12.94.28
Original
Segmented
यः तु निःश्रेयसम् ज्ञात्वा ज्ञानम् तत् प्रतिपद्यते आत्मनो मतम् उत्सृज्य तम् लोको ऽनुविधीयते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| निःश्रेयसम् | निःश्रेयस | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
| ज्ञानम् | ज्ञान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रतिपद्यते | प्रतिपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| आत्मनो | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मतम् | मत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उत्सृज्य | उत्सृज् | pos=vi |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| लोको | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽनुविधीयते | अनुविधा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |