महाभारतम् — 12.97.3
Original
Segmented
विशीर्ण-कवचम् च एव ते अस्मि इति च वादिनम् कृताञ्जलिम् न्यस्त-शस्त्रम् गृहीत्वा न विहिंसयेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विशीर्ण | विशृ | pos=va,comp=y,f=part |
| कवचम् | कवच | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| इति | इति | pos=i |
| च | च | pos=i |
| वादिनम् | वादिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| कृताञ्जलिम् | कृताञ्जलि | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| न्यस्त | न्यस् | pos=va,comp=y,f=part |
| शस्त्रम् | शस्त्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
| न | न | pos=i |
| विहिंसयेत् | विहिंसय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |