महाभारतम् — 13.1.38
Original
Segmented
सर्प उवाच कार्य-अभावे क्रिया न स्यात् सति असति अपि कारणे तस्मात् त्वम् अस्मिन् हेतौ मे वाच्यो हेतुः विशेषतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सर्प | सर्प | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कार्य | कार्य | pos=n,comp=y |
| अभावे | अभाव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| क्रिया | क्रिया | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| सति | अस् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| असति | असत् | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| कारणे | कारण | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| हेतौ | हेतु | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वाच्यो | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
| हेतुः | हेतु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विशेषतः | विशेषतः | pos=i |