महाभारतम् — 13.10.37
Original
Segmented
पुण्य-अह-वाचने नित्यम् धर्म-कार्येषु च असकृत् उत्स्मयन् प्राहसत् च अपि दृष्ट्वा राजा पुरोहितम् एवम् स बहुशो राजन् पुरोधसम् उपाहसत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पुण्य | पुण्य | pos=a,comp=y |
| अह | अह | pos=n,comp=y |
| वाचने | वाचन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| कार्येषु | कार्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| असकृत् | असकृत् | pos=i |
| उत्स्मयन् | उत्स्मि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्राहसत् | प्रहस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुरोहितम् | पुरोहित | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बहुशो | बहुशस् | pos=i |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| पुरोधसम् | पुरोधस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपाहसत् | उपहस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |