महाभारतम् — 13.10.44
Original
Segmented
पुरोहित उवाच पुण्य-अह-वाचने नित्यम् धर्म-कृत्येषु च असकृत् शान्ति-होमेषु च सदा किम् त्वम् हससि वीक्ष्य माम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पुरोहित | पुरोहित | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| पुण्य | पुण्य | pos=a,comp=y |
| अह | अह | pos=n,comp=y |
| वाचने | वाचन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| कृत्येषु | कृत्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| असकृत् | असकृत् | pos=i |
| शान्ति | शान्ति | pos=n,comp=y |
| होमेषु | होम | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| सदा | सदा | pos=i |
| किम् | किम् | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| हससि | हस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| वीक्ष्य | वीक्ष् | pos=vi |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |