महाभारतम् — 13.10.68
Original
Segmented
विमृश्य तस्मात् प्राज्ञेन वक्तव्यम् धर्मम् इच्छता सत्य-अनृतेन हि कृत उपदेशो हिनस्ति वै
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विमृश्य | विमृश् | pos=vi |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| प्राज्ञेन | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| वक्तव्यम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इच्छता | इष् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
| सत्य | सत्य | pos=n,comp=y |
| अनृतेन | अनृत | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| कृत | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| उपदेशो | उपदेश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हिनस्ति | हिंस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वै | वै | pos=i |