महाभारतम् — 13.100.7
Original
Segmented
नित्यम् अग्निम् परिचरेद् अ भुक्त्वा बलि-कर्म च कुर्यात् तथा एव देवा वै प्रीयन्ते मधुसूदन
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| अग्निम् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| परिचरेद् | परिचर् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| अ | अ | pos=i |
| भुक्त्वा | भुज् | pos=vi |
| बलि | बलि | pos=n,comp=y |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| कुर्यात् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तथा | तथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| देवा | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वै | वै | pos=i |
| प्रीयन्ते | प्री | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| मधुसूदन | मधुसूदन | pos=n,g=m,c=8,n=s |