महाभारतम् — 13.102.2
Original
Segmented
धूप-प्रदानस्य फलम् प्रदीपस्य तथा एव च बलि च किमर्थम् वै क्षिप्यन्ते गृहमेधिभिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धूप | धूप | pos=n,comp=y |
| प्रदानस्य | प्रदान | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| प्रदीपस्य | प्रदीप | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |
| बलि | बलि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| किमर्थम् | किमर्थम् | pos=i |
| वै | वै | pos=i |
| क्षिप्यन्ते | क्षिप् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| गृहमेधिभिः | गृहमेधिन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |