महाभारतम् — 13.103.29
Original
Segmented
नहुषो ऽपि त्वया राजन् तस्मात् शापात् समुद्धृतः जगाम ब्रह्म-सदनम् पश्यतः ते जनाधिप
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नहुषो | नहुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तस्मात् | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| शापात् | शाप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| समुद्धृतः | समुद्धृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
| सदनम् | सदन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पश्यतः | दृश् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| जनाधिप | जनाधिप | pos=n,g=m,c=8,n=s |