महाभारतम् — 13.107.107
Original
Segmented
उद्दीपकाः च गृध्राः च कपोता भ्रमराः तथा निविशेयुः यदा तत्र शान्तिम् एव तदा आचरेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उद्दीपकाः | उद्दीपक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| गृध्राः | गृध्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| कपोता | कपोत | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| भ्रमराः | भ्रमर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तथा | तथा | pos=i |
| निविशेयुः | निविश् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| यदा | यदा | pos=i |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| शान्तिम् | शान्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| तदा | तदा | pos=i |
| आचरेत् | आचर् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |