महाभारतम् — 13.107.131
Original
Segmented
अनायुष्यो दिवास्वप्नः तथा अभ्युदि-शायि-ता प्रातः निशायाम् च तथा ये च उच्छिष्टाः स्वपन्ति वै
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अनायुष्यो | अनायुष्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| दिवास्वप्नः | दिवास्वप्न | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| अभ्युदि | अभ्युदि | pos=va,comp=y,f=part |
| शायि | शायिन् | pos=a,comp=y |
| ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| प्रातः | प्रातर् | pos=i |
| निशायाम् | निशा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| तथा | तथा | pos=i |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| उच्छिष्टाः | उच्छिष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| स्वपन्ति | स्वप् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| वै | वै | pos=i |