महाभारतम् — 13.107.68
Original
Segmented
वर्जयेद् दन्तकाष्ठानि वर्जनीयानि नित्यशः भक्षयेत् शास्त्र-दृष्टानि पर्वसु अपि च वर्जयेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वर्जयेद् | वर्जय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| दन्तकाष्ठानि | दन्तकाष्ठ | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| वर्जनीयानि | वर्जय् | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=krtya |
| नित्यशः | नित्यशस् | pos=i |
| भक्षयेत् | भक्षय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| शास्त्र | शास्त्र | pos=n,comp=y |
| दृष्टानि | दृश् | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
| पर्वसु | पर्वन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| च | च | pos=i |
| वर्जयेत् | वर्जय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |