महाभारतम् — 13.108.2
Original
Segmented
भीष्म उवाच ज्येष्ठ-वत् तात वर्तस्व ज्येष्ठो हि सततम् भवान् गुरोः गरीयसी वृत्तिः या चेद् शिष्यस्य भारत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ज्येष्ठ | ज्येष्ठ | pos=a,comp=y |
| वत् | वत् | pos=i |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| वर्तस्व | वृत् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| ज्येष्ठो | ज्येष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| सततम् | सततम् | pos=i |
| भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| गुरोः | गुरु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| गरीयसी | गरीयस् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| वृत्तिः | वृत्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| चेद् | चेद् | pos=i |
| शिष्यस्य | शिष्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |