महाभारतम् — 13.110.15
Original
Segmented
सप्तर्षीणाम् सदा लोके सो ऽप्सरोभिः वसेत् सह निवर्तनम् च तत्र अस्य त्रीणि पद्मानि वै विदुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सप्तर्षीणाम् | सप्तर्षि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| सदा | सदा | pos=i |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽप्सरोभिः | अप्सरस् | pos=n,g=f,c=3,n=p |
| वसेत् | वस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| सह | सह | pos=i |
| निवर्तनम् | निवर्तन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| त्रीणि | त्रि | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| पद्मानि | पद्म | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| वै | वै | pos=i |
| विदुः | विद् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |