महाभारतम् — 13.110.18
Original
Segmented
सागरस्य च पर्यन्ते वासवम् लोकम् आवसेत् देवराजस्य च क्रीडाम् नित्यकालम् अवेक्षते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सागरस्य | सागर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| पर्यन्ते | पर्यन्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| वासवम् | वासव | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आवसेत् | आवस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| देवराजस्य | देवराज | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| क्रीडाम् | क्रीडा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| नित्यकालम् | नित्यकालम् | pos=i |
| अवेक्षते | अवेक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |