महाभारतम् — 13.110.68
Original
Segmented
षोडशे दिवसे यः तु सम्प्राप्ते प्राशते हविः सदा द्वादश मासान् वै सोम-यज्ञ-फलम् लभेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| षोडशे | षोडश | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| दिवसे | दिवस | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| सम्प्राप्ते | सम्प्राप् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| प्राशते | प्राश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| हविः | हविस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सदा | सदा | pos=i |
| द्वादश | द्वादशन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मासान् | मास | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| वै | वै | pos=i |
| सोम | सोम | pos=n,comp=y |
| यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| लभेत् | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |