महाभारतम् — 13.110.88
Original
Segmented
लोकम् औशनसम् दिव्यम् शक्र-लोकम् च गच्छति अश्विनोः मरुताम् च एव सुखेषु अभिरतः सदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| औशनसम् | औशनस | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| शक्र | शक्र | pos=n,comp=y |
| लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| गच्छति | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अश्विनोः | अश्विन् | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| मरुताम् | मरुत् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| सुखेषु | सुख | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| अभिरतः | अभिरम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| सदा | सदा | pos=i |